हिमाचली बुरांस
हिमाचल प्रदेश की चांशल पहाड़ी हरियल बुग्याली वस्त्र पहने मनमोहक लग रही थी .. हरे वस्त्रों के ऊपर बुरांस (Rhododendron) के खिले फूलों की रंगीन चुनरिया ओढ़े पहाड़ियों की चित्ताकर्षक अनुपम छटा देखकर मन मयूर नाच उठा ...
होंठ बरबस गुनगुनाने लगे ... दिल कहे रुक जा रे रुक जा... यहीं पर कहीं.....
बुरांस के फूल का ये रंग मैंने पहली बार देखा ! स्वाद चखा तो इस फूल का स्वाद भी कुछ अलग था ! यहाँ यह बुरांस प्रजाति वृक्ष की बजाय झाड़ी रूप में विकसित है !!
उत्तराखंड में उगने वाले जिस बुरांस को अब तक देखा था उस बुरांस में और इस बुरांस में समरूपता यही थी कि पुष्प विन्यास और पत्तियां एक सी ही हैं.
सुर्ख लाल बुरांस को कवियों ने अपने काव्य में जहाँ एक ओर वीरोचित उपमाओं से नवाज़ा है वहीँ ये बुरांस शालीन व सौम्य अहसास देता प्रतीत हुआ..
हालांकि परिस्थिति अनुरूप अनुकूलन जीवों की विशेषता अवश्य है ... लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
उत्तराखंड में उगने वाले जिस बुरांस को अब तक देखा था उस बुरांस में और इस बुरांस में समरूपता यही थी कि पुष्प विन्यास और पत्तियां एक सी ही हैं.
सुर्ख लाल बुरांस को कवियों ने अपने काव्य में जहाँ एक ओर वीरोचित उपमाओं से नवाज़ा है वहीँ ये बुरांस शालीन व सौम्य अहसास देता प्रतीत हुआ..
हालांकि परिस्थिति अनुरूप अनुकूलन जीवों की विशेषता अवश्य है ... लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
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